- सड़क पर रस्सी लगाकर किया था अवरुद्ध
- नहीं लगाया था कोई खतरे का निशान
- अंधेरे में बाइक सवार रस्सी में फंसकर गिरा
- हाथ और कमर में लगी चोट फोटो – रस्सी लगाकर सड़क को अवरुद्ध करने को दिखाते घायल बाइक सवार सहरसा
बिहार सिटीज/सहरसा। अस्पताल अपनी लापरवाही और बदइंतजामी को लेकर लगातार सुर्खियों में बना रहता है। रविवार की देर रात भी ऐसा ही एक वाक्या सदर अस्पताल में घटी। जिसको लेकर हो हंगामा भी हुआ। लेकिन मामला शांत हो गया।
क्या हुई मामला –
इन दिनों मॉर्डन सदर अस्पताल में एको फ्रेंडली गार्डेन का निर्माण हो रहा है। साथ ही मुख्य द्वार को छोटा और व्यवस्थित रखने की भी प्रकिया हो रही है। जिसके लिए सदर अस्पताल के आधी सड़क को रस्सी से बांध कर अवरुद्ध किया गया। लेकिन सड़क अवरुद्ध किए जाने को लेकर न तो कोई लाल कपड़ा लगाया , न ही कोई ड्रम ही रख कर रास्ता बंद रखने का संकेत दिया और न ही कोई बल्ब या सुरक्षा कर्मी की ही ड्यूटी लगाई गई। ऐसे में अंधेरा होने के बाद पूर्व से बाइक लेकर सदर अस्पताल आने वाले लोग उक्त सड़क पर लगाई गई रस्सी के चपेट में आकर घायल हुए। जिसको लेकर हंगामा किया गया।
क्या कहते है घायल –
जिले के कहरा प्रखंड क्षेत्र के मुरली बसंतपुर गांव , वार्ड नंबर – 14 निवासी गोपाल सिंह बाइक से सदर अस्पताल पहुंच रहे थे। जहां मॉडर्न सदर अस्पताल के मुख्य द्वार पर रस्सी लगाकर आधी सड़क को अवरुद्ध कर दिया गया था। अंधेरा रहने के कारण गोपाल की नजर रस्सी पर नहीं पड़ी। ऐसे में जैसे ही वे रस्सी के निकट पहुंचे। रस्सी उनके गले से अटक गई। जिससे उनका बैलेंस बिगड़ा। वे बाइक लेकर सड़क पर गिर पड़े।
सदर अस्पताल की सुरक्षा में लगे गार्ड बाइक सवार को गिरता देखा। वे मौके पर पहुंचे। घायल गोपाल को उठाकर सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनकी मरहम पट्टी की गई। इस दौरान पीड़ित के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। लेकिन बाद में आसपास के लोगों के समझाने पर शांत हो गए।
पीड़ित ने बताया कि उनके बहनोई की मां और सिमरी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के सरडीहा गांव निवासी शशि प्रभादेवी बीते 5 दिनों से सदर अस्पताल में इलाजरत हैं। जिसकी देखरेख के लिए वे भी बाइक से आते जाते हैं। रविवार से पूर्व वे बाइक से मॉडर्न सदर अस्पताल के जिस सड़क होकर गुजर रहे थे। रविवार की रात भी वे उसी सड़क सेआ रहे थे। लेकिन सदर अस्पताल प्रशासन द्वारा रस्सी बांधकर सड़क को अवरुद्ध कर दिया गया था। जहां न तो कोई लाइट थी। न ही कोई खतरे का निशान लगाया गया था और न ही कोई सुरक्षा कर्मी ही मौजूद था। ऐसे में उनकी नजर पतली सी रस्सी पर नहीं पड़ी। वे बाइक लेकर उसी रास्ते से गुजरने लगे। जैसी ही वे रस्सी के पास पहुंचे। रस्सी उनके गले से अटक गई। उनके बाइक असंतुलित होकर सड़क पर गिर गया। उनके हाथ और कमर में चोट लगी है। साथ ही उनके साथ महिला भी थी। जिनके भी कमर और सिर में चोट लगी है। यह सदर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही है।
क्या कहते हैं सदर अस्पताल उपाधीक्षक –
सदर अस्पताल उपाधीक्षक एस पी विश्वास ने बताया कि बाइक सवार के गिरकर चोटिल होने की सूचना मिली थी। कार्रवाई की गई है। सड़क से रस्सी हटवाई गई है।