बिहार सिटीज/ब्यूरो रिपोर्ट। देश दुनिया के साथ-साथ बिहार के कई ऐसा मंदिर है जिसकी मान्यता सबसे अलग मानी जाती है ऐसी मान्यता जिसके बारे में जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे कहा यह भी जाता है कई ऐसा मंदिर है जहां सच्चे मन से अगर कुछ मन्नते मांग ली जाती है तो वह मानते भी पूरी होती है बिहार का एक ऐसा मंदिर जिसकी मान्यता सबसे अलग माना जाता है यह मंदिर बिहार के मधेपुरा जिले के सिंघेश्वर में स्थापित है सिंघेश्वर में महादेव का एक अति प्राचीन मंदिर है जिसकी मानता है कि इस मंदिर को स्वयं भगवान विष्णु ने बनाया था । वही इस मंदिर की खूबसूरती देख हर कोई दंग रह जाता है इस मंदिर की खूबसूरती देख हर कोई दीवाना हो जाता है ।
तो चलिए अब हम आपको इस मंदिर के कई विशेषताएं बताते है आखिर कब इस मंदिर की स्थापना हुई और क्यों यह मंदिर इतनी प्रचलित है ।
कहा जाता है कि सिंघेश्वर के शिव मंदिर को किसी काल में स्वयं भगवान विष्णु ने बनाया था जानकारी अनुसार मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जन्म के निर्मित्य पुत्रेष्टि भी यही हुआ था , वही इस मंदिर को बिहारी बाबा धाम के नाम से भी जाना जाता है ।
आखिर क्यों यह मंदिर है इतनी प्रचलित ।
यह मंदिर काफी पुराना एवं ऐतिहासिक महत्व का है एक तरफ से कहा जाए ऐतिहासिक धरोहर की एक अलग पहचान है मंदिर का नीचे का भाग किसी पहाड़ से जुड़ा हुआ है, शिवलिंग स्थापना के संदर्भ में कोई प्रमाणिक दस्तावेज नहीं है, लेकिन इसके बारे में कई किदवंती प्रचलित है प्रचलित एक की किदवती के अनुसार कई सौ साल पहले यह क्षेत्र घने जंगल से घिरा हुआ था ।
सिंघेश्वर मंदिर स्थित शिवलिंग को कामना लिंग के रूप में पूजा जाता है ,राजा दशरथ से भी यह मंदिर का इतिहास जुड़ा हुआ है बताया यह भी जाता है कि राजा दशरथ के लिए श्रृंगी ऋषि पुत्रेष्टि यज्ञ कराया था इसलिए संतान को चाहत लिए काफी संख्या में श्रद्धालु बाबा के पास आते हैं और उनकी मन्नते भी पूरी होती है ।